Dhanteras 2025 : दिवाली का त्योहार हिन्दुओं के सबसे महत्वपूर्ण त्योहारोें में से एक है। यह त्योहार 5 दिन तक चलता है और इस त्योहार की शुरुआत धनतेरस से होती है। इस वर्ष धनतेरस आज यानी 18 अक्टूबर 2025 को है। धनतेरस के दिन से दीप जलाने का काफी महत्व है।
ऐसी मान्यता है कि इस दिन माता लक्ष्मी, कुबेर और भगवान धनवंतरी की उपासना करने से धन संपत्ति में कई गुना इजाफा हो जाता है। इस दिन दीपदान का विशेष महत्व है। यहां हम आपको कब, कहां और कितने दिए जलाने चाहिए और इससे क्या लाभ होता है, इसकी जानकारी दे रहे हैं…
धनतेरस के दिन कितने बजे दीप जलाएं?
धनतेरस पर दीप जलाने के लिए दो शुभ मुहूर्त है-
- लाभ चौघड़िया : शाम में 5 बजकर 48 मिनट से शाम में 7 बजकर 23 मिनट तक।
- शुभ चौघड़िया : रात में 8 बजकर 58 मिनट से 10 बजकर 33 मिनट तक।
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धनतेरस के दिन कितने दीप जलाएं?
आप वैसे तो धनतेरस के दिन कितने भी दीप जला सकते हैं। लेकिन 13 दिए जलाने का काफी विशेष महत्व है। आपको धनतेरस के दिन 13 दिए जरूर जलाना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि ऐसा करने से घर में मां लक्ष्मी का वास होता है और परिवार में सुख और समृद्धि आती है।
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धनतेरस के दिन कहां-कहां दिए जलाने चाहिए
जैसा की हमने आपको ऊपर बताया है कि धनतेरस के दिन दिए 13 जलाने का काफी महत्व है तो ऐसे में यहां हम आपको घर में कहां-कहां 13 जगह दिए जलाने चाहिए उसकी जानकारी दे रहे हैं…
- तुलसी जी के पास
- घर की छत पर
- घर के बाहर दक्षिण दिशा की तरफ यमराज के नाम से जलाए
- घर के मुख्य द्वार पर रखें
- माता लक्ष्मी के सामने पूजा स्थल पर देवी देवताओं के लिए
- पीपल के पेड़ के पास रखें
- अपने घर ब्रह्म स्थान पर रखें
- रसोई घर में रखें
- अपने घर की खिड़की पर
- कूड़े के पास
- बेल वृक्ष के नीचे जलाए।
- अपने घर के वॉशरुम में
- अपने घर के पास किसी भी मंदिर में जलाएं।
ये है धनतेरस पर दीया जलाने का मंत्र
धनतेरस की रात दीप जलाते समय आपको ओम यक्षाय कुबेराय वैश्रवणाय धनधान्याधिपतये धनधान्यसमृद्धिं मे देहि दापय स्वाहा॥ इस मंत्र का जप करना चाहिेए। इस मंत्र के जप करने से घर में धन धान्य की कमी नहीं होती है।









